शनिवार, 10 दिसंबर 2016

अभिशापित है राम

युग युग का संकल्प अटल था

मुझमे मेरा राम प्रबल था
पग-पग पर जग की मर्यादा
देकर थोडा ले गयी ज्यादा
भोर नयन भर लायी आंसू, पीड़ा लायी शाम,
सिया तेरा अभिशापित है राम
अग्नि परीक्षा जग का छल थी
पर जग के प्रश्नों का हल थी
फिर भी उस पर प्रश्न उठा है
जो गंगा जैसी निर्मल थी
मैंने घर से उसे निकाला
सागर जिसके लिए खंगाला
लंका जीतने वाला हार जीवन का संग्राम
सिया तेरा अभिशापित.......
बोल रहा पौरुष की भाषा
मेरा राजकुंवर नन्हा सा
जो प्राणों से भी प्यारा है
आज वही प्राणों का प्यासा
मेरा साहस तोल रहा है
मानों मुझसे बोल रहा है
जननी की हर एक पीड़ा का पाओगे परिणाम
सिया तेरा अभिशापित.........
तात मुझे करके वनवासी
आप हुए गोलोक निवासी
मेरे राजकुंवर कुटिया में
मैं हूँ राजभवन का वासी
कहती रघुकुल रीति अभागे
अब तक प्राण नहीं क्यूँ त्यागे
धरती शायद ठुकरा देगी जल में चिर विश्राम
सिया तेरा अभिशापित है राम

22 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तर
    1. कैसे करूं
      मैं उसे सलाम!
      #सीता तेरा
      मुजरिम है #राम!!
      खुदकुशी
      तुझे करनी पड़ी!
      उसने लिए
      तेरे वो इम्तिहान!!
      #अग्निपरीक्षा
      Shekhar Chandra Mitra

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  2. Sir You are the best poet I ever listened among present generation. I hope your word will flourish around the world.

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    1. मैं समझता हूँ हिंदी भाषा को विशेष स्थान देंगे तो बेहतर रहेगा बजाय अंग्रेज़ी के निवेदन है क्योंकि कविता हिंदी में ही है ।😊🙏

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  3. Verily, these lines justify all the myth regarding "Ram" and the holy "Ramayana"

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  4. प्रियांशु दादा भगवान राम ने भी अगर ये सोचा होगा तो वो सच मे बहुत रोये होंगे, कविता का भाव समझकर मैं भी बहुत दुखी हुवा, भगवान की दया बनी रहे किसी के साथ ऐसा ना हो 🙏

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  5. भैया जी प्रणाम....
    अदभुद कविता है लाजवाब सोचते हो आप प्रभु श्री राम के बारे में आप को सत सत नमन

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  6. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  7. बहुत सुंदर प्रस्तुति है।

    हिंदी को चुनने के लिए धन्यवाद।
    आप से आशा है कि हिंदी साहित्य को जिंदा रखेंगे।

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  8. इस कविता पर टिप्पणी सम्भव नहीं है। अवर्णनीय, अद्भुत ,अद्वितीय, रचना के लिए न तो मेरे पास शब्द हैं न ही सामर्थ्य ।

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  9. नमन है दादा आपको..... आपका ये हृदयस्पर्शी कविता पढ़कर जन्म धन्य हो गया..,🙏🙏🙏

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  10. अतिसुंदर 👍👌 महौदय ....सिया तेरा अभिशापित राम हैं वाह क्या बात कहीं हैं, राम का दर्द निकाल कर रख दिया

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  11. सुंदरता टिप्स के लिए Sundarta.in जरूर चेक करें।

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